बदल गयी है रूत, बदल गया माहौल बदल गये है लोग, बदल गया जमाना बदल रहा दुआ सलाम का सलीका न रहा कहीं झुकने का तरीका चेले आज कल खुद को, उस्ताद से ज्यादा आंकते हैं और फिर अपना ही ज्ञान बांटते हैं कोई खुद को किसी से कम समझता नहीं सब खुद को गुरु समझते हैं आजकल कही कोई शिष्य दिखता नहीं!!! -Anjali A #Ustad