ज़िन्दगी , तुम और मैं वो दो समानांतर रेखाएं हैं जिनका साथ चलना तो नियत है पर एकदूसरे से निर्लिप्त । तुम वास्तविकता से भरी और मैं वस्तुस्थिति से परे तुम अपेक्षाओं की सारी और मैं आकांक्षाओं की मारी ज़िन्दगी , तुम और मैं दो लकीर के फकीर हैं। - अदिती कपीश अग्रवाल सुप्रभात। एक सुंदर #collab Rest Zone की ओर से। #पत्रज़िन्दगीको #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqbaba #yqquotes #yqaestheticthoughts #yqhindi #yqlife