तेरे ही नाम से जाने जाते हैं जब अपनी पहचान बनाने जाते हैं जिन रस्तों की मंज़िल पागलखाना हो उन रस्तों पर हम दीवाने जाते हैैं दीवारें गिरने लगती हैं मेरे कमरे की जब तेरी तस्वीर हटाने जाते हैं वो लड़की बस हसती ही जाती है जब भी दिल का हाल सुनाने जाते हैैं - मोहित tere hi naam se jaane jate hain #CityEvening #Poetry #Shayar #Shayari