इंतज़ार की आरज़ू अब खो गई है,खामोशियों की आदत हो गई है,ना शिकवा रहा ना शिकायत किसी से,अगर है तो एक मोहब्बत, जो इन तन्हाईयों से हो गई है.. #Shaikh-