येह मौसम कि बारीश,येह बारीश का पाणी,येह पाणी कि बुंदे तुझे हि तो धुंडे.....वोह मिलने कि ख्वाहिश वोह ख्वाहिश पुरानी हो पुरी तुझीसे मेरी हर कहाणी.......! बारीश.....