आदत बनकर, आदत बनाकर किसी को यूं ही भूल जाना आजकल रिश्तों का दस्तूर सा हो गया है सुना था लोग मिलते हैं, बिछड़ते हैं पर बीच राह में छोड़, यूं बेगाने हो जाते हैं अब की दफा देख भी लिया फितरत ही बेवफाई की हो तो कितनी भी वफा कर लो कम पड़ ही जाती है वो कहते हैं प्यार करना बस में न था तुमसे तुम्हे भूल जाना तो है हमारे बस की बात तो भूल ही जाओ ना, रोका भला किसने है हमारी यादों को हमसे छीन ने का हक भला तुम्हे किसने दिया... @deepalidp ©Deepali dp #deepalidp #mojzamiracle #rahaterooh #hindishayari #jashnerekhta #forgottenlove