मुझमें छुपी हुई है मिलती कहीं नहीं है मेरा दर्द और तेरी ख़ामोशी बदलती कभी नहीं है कहने को तो बहुत है कहती कुछ नहीं है मेरी मंज़िल और तेरी निगाहें ठहरती कहीं नहीं है... क़रीब हो मगर... #क़रीबहो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi