White धीमा लाह्ज़ा में मैं बात भी करू तो मेरी माँ डर जाती है कहीं मैं कोई तक़लीफ़ मे तो नहीं और उस को बता रखा है मुझे तक़लीफ़ होती हैं तेरी इन बातों से फिर भी उसे फर्क तक नहि पडता ©Pratibha Paswan #sad_quotes 'दर्द भरी शायरी' हिंदी शायरी शेरो शायरी