" दर्दे इश्क़ " रातो के अंधेरो में , मैं कुछ यादों को समेट रहा हूं .. कुछ अच्छी, कुछ बुरी मैं तो हर बातों को समेट रहा हूं । आंखों में है कुछ अश्क़ मेरे , और कुछ सिसकती आहे है इन लबो पे , कंपकपाते इन लबो से मैं यारो कुछ लफ्ज़ो को समेट रहा हुँ। Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto