Nojoto: Largest Storytelling Platform

" दर्दे इश्क़ " रातो के अंधेरो में , मैं कुछ यादों

" दर्दे इश्क़ "
रातो के अंधेरो में , मैं कुछ यादों को समेट रहा हूं ..
कुछ अच्छी, कुछ बुरी मैं तो हर बातों को समेट रहा हूं ।

आंखों में है कुछ अश्क़ मेरे , 
और कुछ सिसकती आहे है इन लबो पे , 
कंपकपाते इन लबो से मैं यारो 
कुछ लफ्ज़ो को समेट रहा हुँ।

" दर्दे इश्क़ " रातो के अंधेरो में , मैं कुछ यादों को समेट रहा हूं .. कुछ अच्छी, कुछ बुरी मैं तो हर बातों को समेट रहा हूं । आंखों में है कुछ अश्क़ मेरे , और कुछ सिसकती आहे है इन लबो पे , कंपकपाते इन लबो से मैं यारो कुछ लफ्ज़ो को समेट रहा हुँ।

Views