माँ का 7तम अवतार जब छाया था पाप का अँधकार तक़ब खोला माँ ने अपना तीसरी आँख फिर हुआ दुष्टो का संघार तब जाग कानेलगा कालरात्रि महाकाल की रात्रि महाकाली ...कवी सोनू माँ कालरात्रि