White उदास चेहरों पे हंसी का नकाब है। अभी तो रात है सुबह आफताब है। मेरी कोशिश और मेहनत जारी है। अधूरी ख्वाहिशें खुली आंखों में ख्वाब है । किसी हाल में खोना नहीं चाहता है। औलाद मां बाप के लिए हीरा नायाब है। ©Zia Hasan #SAD शादाब खांन 'शाद'