शीशा ≈≈≈≈≈≈≈≈ गन्दा धूल से भरा खिड़की का शीशा तो साफ कर लिया कि बाहर का नज़ारा साफ नज़र आए पर मन क़ो साफ नहीं किया जो गन्दा हैं और इस लिए गन्दा ही देखता हैं, हम्म्म मन क़ो साफ करो और निर्मल मन से चीजों क़ो देखो समझो और लिखो यहीं सच्चे लेखक की पहचान हैं सही लिखो सत्य लिखो और सब क़ो एक माला मे पिरो दो कि सब एक जुट हो जाए कोई हमारी एकता क़ो ना तोड़े, हम आपस मे ना लड़े भिडे प्रेम का सन्देश जन जन तक पहुंचाओ, चलो एक हो जाओ, शीशे के साथ साथ मन भी साफ करे किसी से से भेद ना करे, सब से प्यार करे! 🙏🏼♥️ ✌️ ©POOJA UDESHI #sheesha #POOJAUDESHI #adventure