रिश्ता इतना गहरा हमारा हो गया है कि तेरे संग ये जीवन सफ़र सुहाना हो गया है नहीं चाहा था ऐसा हो गया है उसे देखे ज़माना हो गया है.. "कृष्ण कुमार तूर" बह्र है। मुफ़ाईलुन, मुफ़ाईलुन, फ़ऊलुन 1222 / 1222 / 122 नहीं चाहा/ था ऐसा हो / गया है