अपनी पीड़ा दर्द छिपाने का, बस बचा एक ही जरिया है..... जब पूछें कोई कैसे हो, हम कह देते सब बढ़िया है... 🤔🤔🤔 अश्रु किन्हे हम दिखलाएँ... किस से हम मन की बात कहें... बेहतर लगती पीड़ा अपनी... भीतर अपने चुपचाप ख़ुद को रिसना सहें सहते जाना... 🤔🤔🤔 कुछ पीड़ा सुन मुसकाएँगे ... कुछ नमक छिड़क कर जाएँगे.. कुछ पाप पुण्य का लगा गणित... पापों का फल बताएँगे.. 🤔#निशीथ🤔 ©Nisheeth pandey अपनी पीड़ा दर्द छिपाने का, बस बचा एक ही जरिया है..... जब पूछें कोई कैसे हो, हम कह देते सब बढ़िया है... 🤔🤔🤔 अश्रु किन्हे हम दिखलाएँ... किस से हम मन की बात कहें... बेहतर लगती पीड़ा अपनी...