Nojoto: Largest Storytelling Platform

सोचते है कि कहा गलती हुई हमसे क्या क़सूर था हमारा

सोचते है कि कहा गलती हुई हमसे क्या क़सूर था हमारा कि कोशिश करने के बावजूद भी ना पा सके प्यार तुम्हारा ।
पूछते है उस खुदा से की जब तूने किसी में फ़र्क़ नहीं किया तो इंसान ने क्यू ये फ़र्क़ बनाया । रिश्ते टूट जाते है लोग टूट जाते है
कभी घरवालों को कभी समाज को बनाए रखने के लिए। 
पर भूल जाते है लोग की टूटा है दिल किसी का इस कदर की आवाज़ तक ना सुनायी दी| 
कहते है लोग कि साथ बिताने से आदत हो जाती है प्यार हो जाता है पर जब जानते है इतना तो क्यू उजाड़ देते है घोंसला दो परिंदो का । God is too big to fit any Religion

#sad
सोचते है कि कहा गलती हुई हमसे क्या क़सूर था हमारा कि कोशिश करने के बावजूद भी ना पा सके प्यार तुम्हारा ।
पूछते है उस खुदा से की जब तूने किसी में फ़र्क़ नहीं किया तो इंसान ने क्यू ये फ़र्क़ बनाया । रिश्ते टूट जाते है लोग टूट जाते है
कभी घरवालों को कभी समाज को बनाए रखने के लिए। 
पर भूल जाते है लोग की टूटा है दिल किसी का इस कदर की आवाज़ तक ना सुनायी दी| 
कहते है लोग कि साथ बिताने से आदत हो जाती है प्यार हो जाता है पर जब जानते है इतना तो क्यू उजाड़ देते है घोंसला दो परिंदो का । God is too big to fit any Religion

#sad

God is too big to fit any Religion #SAD