Nojoto: Largest Storytelling Platform

बहुत जिद्दी हो हमारी बात नहीं मान रहे हो, नहीं ठीक

बहुत जिद्दी हो हमारी बात नहीं मान रहे हो, नहीं ठीक है तुम्हारे आसार
अभी हमारी ताकत से नहीं हो वाकिफ हमने ही बनाई है तुम्हारी सरकार
अड़ियल रवैया वाला बिल्कुल ग़लत है तुम्हारा विचार
जन समस्या के समाधान से करो थोड़ा सरोकार
नहीं तो छप जाएगा इन खबरों से एक नया अखबार
तुम्हारी कड़ी निंदा से भरा होगा हर समाचार
रेल रोकने से नहीं घटेगा तुम्हारा फलता फूलता व्यापार
आरक्षण केंद्र देने से नहीं बढे़गा अतिरिक्त भार
प्रशासन में कुशासन का कभी रहता नहीं है आधार
जनता सब जानती है मत करो अब और अत्याचार
भयंकर भूल में भी हो सकता है सुधार
नियत साफ़ हो तो फैसला लो बिना रुके असरदार
गांधी की तरह भूख हड़ताल करने को जनता है तैयार
मगर परिणाम पक्ष में न आया तो भगतसिंह फिर लेगा इस धरती पर अवतार
नरम दिल और दल को गरम दिल और दल बनने पर मत करो बेकरार
ध्यान दो समस्याओं की ख़त्म करो ये बढ़ती हुई कतार
रेल न चलाकर तुमने किया है लाखों को बेरोजगार
इसका जवाब कौन देगा बरखूरदार
तुम निरिह जनता का करते हो शिकार
और बनते हो जरुरत से ज्यादा होशियार
आम जनता के हिस्से प्रहार पर प्रहार
बड़े उद्योगपतियों को छूने के लिए सोचते हो सौ बार
यही तुम्हारी शासन व्यवस्था होती है बेकार
जनता के लिए, जनता के द्वारा, जनता का यही चोचला है मजेदार
जनता की तकलिफें बेसुमार
सुनोगे किस कान से तुम तो मूकबधिर हो यार
आक्रोश आंदोलन का ले रहा है आकार
हद तो तब हो गई है कि अब भी घोड़ा बेचकर सो रहे हो रेल प्रशासन के कर्णधार
रेल किराया बढ़ाकर तुमने किया है हम पर बहुत बड़ा आभार
करोना काल की जबरदस्त लूट है या बन गए हो डाकूओं के सरदार
किराया हो न्यायसंगत तो आपको सादर नमस्कार
नहीं तो पटरियों सहित स्टेशन भी हो जायेगा पार
हम रेल मंत्रालय नहीं मांगते हमें चाहिए बस हमारा उचित अधिकार
जीवन की इस यात्रा में रेल यात्रा की है दरकार
चिकित्सा, व्यापार, शिक्षा, नौकरी, रोजगार के खुले द्वार
सौ बात की एक बात यही है सबका सार
ट्रेन चलाइए सही से शुरू हो संचार
बहु प्रतीक्षित ग्रामीण जनता का सपना हो साकार
आपके सहयोग से इस क्षेत्र का विकास हो अपरम्पार

©Aditya Kumar Bharti #रेल रोको आंदोलन
बहुत जिद्दी हो हमारी बात नहीं मान रहे हो, नहीं ठीक है तुम्हारे आसार
अभी हमारी ताकत से नहीं हो वाकिफ हमने ही बनाई है तुम्हारी सरकार
अड़ियल रवैया वाला बिल्कुल ग़लत है तुम्हारा विचार
जन समस्या के समाधान से करो थोड़ा सरोकार
नहीं तो छप जाएगा इन खबरों से एक नया अखबार
तुम्हारी कड़ी निंदा से भरा होगा हर समाचार
रेल रोकने से नहीं घटेगा तुम्हारा फलता फूलता व्यापार
आरक्षण केंद्र देने से नहीं बढे़गा अतिरिक्त भार
प्रशासन में कुशासन का कभी रहता नहीं है आधार
जनता सब जानती है मत करो अब और अत्याचार
भयंकर भूल में भी हो सकता है सुधार
नियत साफ़ हो तो फैसला लो बिना रुके असरदार
गांधी की तरह भूख हड़ताल करने को जनता है तैयार
मगर परिणाम पक्ष में न आया तो भगतसिंह फिर लेगा इस धरती पर अवतार
नरम दिल और दल को गरम दिल और दल बनने पर मत करो बेकरार
ध्यान दो समस्याओं की ख़त्म करो ये बढ़ती हुई कतार
रेल न चलाकर तुमने किया है लाखों को बेरोजगार
इसका जवाब कौन देगा बरखूरदार
तुम निरिह जनता का करते हो शिकार
और बनते हो जरुरत से ज्यादा होशियार
आम जनता के हिस्से प्रहार पर प्रहार
बड़े उद्योगपतियों को छूने के लिए सोचते हो सौ बार
यही तुम्हारी शासन व्यवस्था होती है बेकार
जनता के लिए, जनता के द्वारा, जनता का यही चोचला है मजेदार
जनता की तकलिफें बेसुमार
सुनोगे किस कान से तुम तो मूकबधिर हो यार
आक्रोश आंदोलन का ले रहा है आकार
हद तो तब हो गई है कि अब भी घोड़ा बेचकर सो रहे हो रेल प्रशासन के कर्णधार
रेल किराया बढ़ाकर तुमने किया है हम पर बहुत बड़ा आभार
करोना काल की जबरदस्त लूट है या बन गए हो डाकूओं के सरदार
किराया हो न्यायसंगत तो आपको सादर नमस्कार
नहीं तो पटरियों सहित स्टेशन भी हो जायेगा पार
हम रेल मंत्रालय नहीं मांगते हमें चाहिए बस हमारा उचित अधिकार
जीवन की इस यात्रा में रेल यात्रा की है दरकार
चिकित्सा, व्यापार, शिक्षा, नौकरी, रोजगार के खुले द्वार
सौ बात की एक बात यही है सबका सार
ट्रेन चलाइए सही से शुरू हो संचार
बहु प्रतीक्षित ग्रामीण जनता का सपना हो साकार
आपके सहयोग से इस क्षेत्र का विकास हो अपरम्पार

©Aditya Kumar Bharti #रेल रोको आंदोलन