सुनो न, तुम मुझसे बातें न किया करो, हो सके तो ,अब कुछ भी न कहा करो । तुम्हारी आवाज़ से अब ख़लल पड़ता हैं, वो तुम्हारे न होकर भी, तुम्हारे क़रीब होने का एहसास, दिल मे होने लगता है । पगली सी मैं, कहती कुछ नही, मगर वो तेरी कशिश जब देखो तब, मेरी झुकी पलकों, दबी ज़ुबाँ पर पहरा लगाए रहता है, और जैसे मेरी गर्म हथेलियों से बिन कहे पसीना छलकने लगता है ।। सुनो न, तुम मेरी साँसों में यूँ न बस जाया करो,. होकर दूर मुझसे, इस कदर तो न सताया करो ।। लबों से छूकर गुज़र जाए , वो एहसास हो तुम। दिल मे धड़क सी दे जाए, वो आवाज़ हो तुम ।। ❤️ #nojoto #nojotohindi #nojotopoetry #undefinedfeelings #unspokenwords