मौसम की रवानी जैसी होती है, सब की जिंदगी की कहानी। कभी खुशियों का मौसम है, तो कभी होता है आंखों में पानी। कहीं बारिश, कहीं सूखा, कभी मौसम करता रहता मनमानी। कभी खेतों में फसल लहलहाती, कभी भर जाता है पानी। कभी आसमान में तकते सारे, होती हैं सबकी आंखें सूनी। मौसम कभी साथ निभाता, तो कभी करने लगता बेइमानी। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-60 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।