पानी की कमी कहां ? मैं पीता हूं और साथ भी रखता हूं पर..तुझे देखकर अजीब प्यास लगती है अब खास का खास होना लाज़मी है मसला ये है कि तूं.. आम होकर भी खास लगती है तूं दूर सही कम से कम ज़िंदा तो हूं तेरे पास आते ही तुझमें डूबता कुछ यूं कि मेरी शख्सियत मुझको ही ज़िंदा लाश लगती है। पास ज़िंदा लाश #doorayapaas