दिल के जख्मों को जरा छुपा लूँ अश्क छलके ,पहले शंमा बुझा लूँ जिंदगी की मैं परवाह करूँ क्यों? मौत से ही क्यों ना हाथ मिला लूँ | #Nojoto #kavita#शंमा