सूरज का तेज देखकर, मूँद गयीं नादाँ आँखें, फिर कैसे वो समझ पाएगा मेरी मन की बातें अधूरा चाँद देखकर, भर आयीं बोझिल आँखें, इक़ वो ही है जो सुन पाएगा मेरी अनकही बातें #चाँद #मन_की_बातें #बोझिल_आँखें #yqdidi #yqbaba #drgchaand Photo: clicked by me