तुम्हारी ज़ुल्फ़ें, तुम्हारी आँखें, असर तुम्हारा है तौबा-तौबा, तुम्हारे लब ये दवा हैं या कि, ज़हर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! है जिसने भी तुमको देखा, ख़बर न खुद की रही उसे फिर, तुम्हें यकीं हो या न हो पर ये, कहर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! तुम्हें पता भी नहीं कि क्या है, मेरे दीवाने दिल का मसला, बस धड़क रहा है ये मेरे अंदर, मगर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! हवा के जैसे आये तुम फिर, हमारी साँसों में घुल गए हो, कहने भर को हैं चल रहे हम, सफर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! हमें किया है "मतवाला" तुमने, तुमको तो ये ख़बर न होगी, किसी को अब न ये छाँव देगा, शज़र तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! तुम्हारे #लब ये दवा हैं या कि, #ज़हर तुम्हारा है तौबा_तौबा..... #udquotes #udghazals #ज़ुल्फ़ें #आँखें #तौबा