भरी महफ़िल में भी, हम गुमनाम से रहे......... करके मोहब्बत उनसे, हम बदनाम से रहे......... वो हुआ करते थे भोर, हमारी ज़िंदगी की.......... उनके लिए तो हम, गम की शाम से रहे........ ©Poet Maddy भरी महफ़िल में भी, हम गुमनाम से रहे......... #Crowd#Gathering#Remain#Anonymous#Love#Infamous#Dawn#Life#Evening#Sorrow............