क्या जरूरत थी ईतने करीब आने की दिल को तड़पाने की आंखों को तरसाने की कभी कहती थी हमारा दिल नहीं लगता आप के बगैर अलीम आज कहती हो मुझे जरूरत नही किसी बेगाने की गुमनाम शायर✌️👍 सैड शायरी गुमनाम शायर #Yaari