मेरी भारतभूमि ही वो स्वर्ग है जहाँ रोज ही खुशियों का पर्व है, इसीलिए आबाद मेरा हिंदुस्तान और मुझे मेरे भारत पर गर्व है, आओ मिलकर गले मिल जाये,हर रोज खुशियों की सौगात है, न रहे कोई अधूरा दे मुस्कान मकर संक्रांति की सभी को मुबारकबाद है। मकर-संक्रान्ति के दिन देव भी धरती पर अवतरित होते हैं, आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है, अंधकार का नाश व प्रकाश का आगमन होता है, इस दिन पुण्य, दान, जप तथा धार्मिक अनुष्ठानों का अनन्य महत्व है। इस दिन गंगा स्नान व सूर्योपासना पश्चात गुड़, चावल और तिल का दान श्रेष्ठ माना गया है। कैप्शन ध्यानपूर्वक पढ़ें