रूपाली हो तुम सबकी, मेरी स्नेह के *स्नेहू* तुम Dedicating a #testimonial to Rupali Lakhani स्नेह की डाली... रूपाली, *स्नेहू* स्नेह की रखवाली, शब्दों में कहानी कविता गढ़ती, सबके मन की बातें पढ़ती, तुम बहुत बहुत अच्छा और भी, लिख सकती हो.... लिखोगी भी, *स्नेहू* से पाया खूब सारा सम्मान,