तुझे मेरी हर बात पसंद आए जरूरी तो नहीं , तुझे मेरी हर आदत रास आए जरूरी तो नहीं, तुझे पाने के ख्वाब दिल में कई बार आए हर बार मैं नींद में रहूं जरूरी तो नहीं / - शिवम् विक्रांत सिंह # अनदेखा