bhagwan quotes मेरे महादेव बाबा भस्म भांग बाघाम्बर देवों के देव टिकायें त्रिशूल पे अम्बर बैठें कैलाश पे हवा बहे मधुर मन्द देव दानव मानव कोई भी पहुंचे नहीं कोई प्रतिबंध सांप बिच्छू गोजर बैठें पास बैठें के अजगर ऐठें गले मे हलाहल धरे मेरे बाबा और प्रेत पिश्चा भांग हैं घोठें मशान मे लगायें ड़ेरा जहां ना कोई ना कोई मेरा तेरा जिस फल के पास ना कोई जाये बाबा उसी को प्रसाद मे खायें नष्ट कर दें हर घमंड भक्तों के लिये भोले दुष्टों के लिये महा प्रचंड हर कण कण मे बसे शंकर शंकर मे बसे सृष्टी का कण कण हे महादेव ऐसे ही बसो नयनो के अंदर हमारी सकल सम्पदा ये हमारा ह्रदय तुम्हारा मन्दिर हे भोले भंडारी चाहें केवल इतना कि सदा रहें आपके आभारी हे भोले भंडारी ©शिवम मिश्र विधि विद्यार्थी के के सी ,लखनऊ