प्रेम तो है विश्वास नही है लगाव तो है पर पृथक कहीं है बात करने का मन तो है पर जताना नही है, दिखाना नही है दूसरी तरफ दुनियाँ है, अराजकता भी यहीं है फिर जाने क्यों मैन एक पग आगे भरता क्यों नहीं है अब माधव उनसे नहीं खुद से पूछता है। क्योंकि आज उसकी गलती अब मेरी ही गलती है क्या यही अब मेरी ज़िन्दगी रही बोलो मुझमें क्या कमी ये रह गयी। क्या यही अब मेरी ज़िंदगी रही, बोलो मुझमें क्या कमी रह गयी... #कमीरहगयी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi