इंसानियत के नाम पे तुमने जो कुछ दिया। इंसाँ का तू रफीक है सचमुच मंडेलिया। "मज़हर"चूरूवी ©Abdul Mannan इंसानियत के नाम पे तुमने जो कुछ दिया। इंसाँ का तू रफीक है सचमुच मंडेलिया। "मज़हर"चूरूवी