सोचा ख़ुद को थोड़ा थोड़ा सा ही पहुंचा सकूं तुझे थोड़ा थोड़ा सा ही लिख के तुझे भेज देता हूँ अब थोड़ा वक़्त तो लगेगा मुझे तेरे आंगन जमा होने में जो आना कभी बंद भी हो जाऊं समझना पूरा हुआ . पूरा हुआ