जंग लगी है तलवारों में, तेज अब इसकी धार करो जो मयान में पड़ी देख रही, उससे दुष्टों का संहार करो करो नहीं परवाह किसी की, ये समय नहीं थम जाने का शीश काट लो भेड़ियों के, यही ढंग हो समझाने का जिस धरा पर नारी को देवी सा पूजा जाता है उसी वीर भूमि पर कैसे इनके सम्मान को लूटा जाता है वीरपुत्र हो तुम वीरों के, अपनी शक्ति की पहचान करो न्याय पथ में पग बढ़ते जाए, हर पग शत्रु बलिदान करो प्रतीक्षा तुम को किसकी है, तुम स्वयं एक सेनानी हो धधक रही जो अग्नि अंदर, हवा इसे तूफानी दो ये देश केवल भू भाग नहीं, ये मातृभूमि अपनी शान है इतनी सहनशीलता तुम में, ये भारत माता का अपमान है मानव नहीं होते हैं ऐसे, दुष्ट ये रावण के संतान हैं क्यों कायर बने बैठे हो तुम जब निहित तुम में श्रीराम हैं - आर्यन देव राजपूत🇮🇳🚩🗡️ It's ur boy #AD