कि....कभी वो शाम फिर वापस आये, मस्ती भरी बातें कानों से फिर टकराये, अब मज़ा नहीं आता मेरे यारों तुम बिन इस चाय की चुस्की का...!! सब दुआ करो ये वक्त जल्दी गुजर जाये। ©PUSHKAR MISHRA #चायकीचुस्की #Dosti indira sheetal pandya मेरे शब्द