समस्याओं के घाट पर हम अकेले तो नही खड़े सारा जमाना किसी न किसी समस्या से है झुंझ रहा मुफ़लिस मुफ़लिसी में मारा जाता हैं खाने को अन्न का दाना नही ,तन ढकने को वसन नही फिर औलाद को पढ़ाने के लिए पैसा कहाँ से आएगा हाथ मे नौजवान लिये फिरते है डिग्रियाँ पर नौकरियां आसानी से कहाँ मिलती है कहीं पानी की क़िल्लत कहीं विजली नही है तो किसी के सिर पर रहने को छत नही है कोई माँ बाप औलाद के लिए तरसता है तो कहीं औलाद के द्वारा तिरस्कार किया जाता है उनका कोई अपनी बीमारी से है परेशान तो आज की युवा पीढ़ी मानसिक तनाव से है परेशान ये भी एक समस्या है कोई किसी को खाते और आगे बढ़ते देख सकता नही शायद इसलिए कि वो खुद अपने दम पर कुछ कर सकता नही और सबसे बड़ा आज देश मे कोरोना महामारी का दौर है ठप पड़े हैं सारे रोज़गार चारो ओर हाहाकार का शोर है । ©Dr Manju Juneja अगर हमारे जीवन मे समस्याए है तो उनका हल भी है।बशर्ते ये हल स्वयं हमे ही ढूंढना है। आज के दौर में हर इंसान किसी ना किसी समस्या से झुंझ रहा है ।मगर उसका हल ढूंढने का प्रयास नही करता है। कोशिश करने से जिंदगी में क्या नही होता। #समस्याएं #हल #इंसान #झुंझ #परेशानी #नौजवान #मुफ़लिसी #छत #nojotopoetry #AdhureVakya