ऎं। आसमां के चांद खुद पर ना इतना गुरूर कर, तुझ से भी बहुत हसीन चांद है, इस जमीं पर, ऎं चांद तुझ में तो बहुत दाग हैं, मगर जमीं का चांद तो बेदाग है,। अब क्या मिशाल दें तेरे हुस्न की ऎं मेरे चांद, तेरे खूबसूरती देखकर गगन का चंदा भी शरमाए, तू जिस गली निकले उधर ही बहार लौट आए, तेरे कदम पड़े जिस महफ़िल , वहां रौनक आ जाए ,,दीप, #Mere_Pyare_Chaand