*पाने से खोने का मज़ा और है* *बंद आँखों में रोने का मज़ा और है .....* *आंसु बने लफ्ज और लफ्ज बने ग़ज़ल* *और उस ग़ज़ल में तेरे होने का मज़ा और है.....* 💖राहुल पाण्डेय 💖