लडूँगी मैं तुमसे एक दिन इस बात पर जब रूठी थी मैं तो मनाया क्यों नहीं? तुम तो कहते थे करते हो प्यार जब दिखाया नखरा तो उठाया क्यों नहीं? मुँह फेर कर जब दूर खड़ी थी तुमसे डाँट कर पास बुलाया क्यों नही? कोशिश में लगे थे जब कुछ लोग मुझे पाने की पकड़ कर हाथ मुझपर हक़ जताया क्यों नहीं? धागे का एक छोर तुम्हारे पास भी तो था अगर उलझा मुझसे तो तुमने सुलझाया क्यों नहीं? ©अgni #ValentineDay #अग्नि #धागे #रिश्ता