सूनी हो जाती है महफ़िल हमारी, जब तुम महफ़िल में आते नहीं हो......... कहते हो मोहब्बत करते हो हमसे, मगर मोहब्बत क्यों जताते नहीं हो......... जब भी हमसे मिलते थे तो तुम, अक्सर बेहद मुस्कुराया करते थे........... अब तो तुम मेरी जान पहले जैसे, बेइंतहा कभी भी मुस्कुराते नहीं हो......... ©Poet Maddy सूनी हो जाती है महफ़िल हमारी, जब तुम महफ़िल में आते नहीं हो......... #Gathering#Come#Love#Express#Meet#Smile.......