चलो आज जला दो रावण हमे बुराई को भगाना है, पर हम राम बनकर जियेंगें ये सबको सिखाना है। अब किसी भी सीता पर कोई आंच न आने पाए, मिल जाये कोई ऐसा रावण तो उसको जिंदा जलाना है। कब तक हम यूँ ही तारीखों पर रावण के पुतले जलाएंगे, इन हवस के पापियों को जलाकर हमें दशहरा मनाना है। ©शुभम् कौशल गुप्ता Aneek इन पापियों को जलाकर दशहरा मनाना है #Dussehra2020