आना,जाना कुदरत का दस्तूर है, पर तेरा जाना बड़ा ही मशहूर है। लम्हे ठहरते नहीं, जाना जरूर है, अलविदा दिसंबर, तू बेकसूर है।। लम्हे ठहरते नहीं..! #अलविदा_दिसंबर #December #Day30 #31st #दिसंबर #nojoto #कुदरत #दस्तूर #मशहूर #अलविदा