महलों में सोने वालों तुम झोपड़ी का दर्द क्या जानो,,, अरमां बह जाते हैं पानी में किस कदर तुम क्या जानो,,, दाने दाने को तरस जाते तुम्हें दाना खिलाने वाले,,, मेहनत किसान का बहता है किस कदर तुम क्या जानो,,, #Kisan #Dard #गरीबी #बाढ़ #bihar #SAD #badpolitics #घटिया #राजनीति #flood रोहित तिवारी ।