हरम गर हराम हो मेरे मालिक तो जिंदगानी का पानी बहेगा कैसे? पर.... हरम गर तमाम हो मेरे मौला तो ईमान - ए- शानी रहेगा कैसे? और... यूं तो खलल डालता तेरा हिजाब मेरी मोहब्बत की इबादत में, पर रात पर्दानशी न हो अंधेरे से तो बता चांद दिखेगा कैसे? -✍️pandit Savya to bata chand dikhega kaise???? #panditsavya