आंखों में ये मंज़र क्या है? दिल में छुपा समंदर क्या है? रहता है खोया सा हरदम, ऐसा तेरे अंदर क्या है? ©Jupiter and it's moon....(प्रतिमा तिवारी) आख़िर तेरे अंदर क्या है?