आज घर घर में फ़ैला हैं जब एक खतरा मेने दिलदार कम और अंधापा, खुदगर्जी ,बैमानी ज्यादा देखी है वक्त हंसी सितम कर्ता है दुआ हस्ती के लिये ज्यादा और मुफलिशी कि ख़ुद लाचारी देखी है कोभांड में सब देखा है दान के बदले मतलब देखा है ©Khushbu mavar #Corona_Lockdown_Rush