ये जो मेहमान हमारे हैं हमें जान से प्यारे हैं तहेदिल से स्वागत इनका मेरे दर पे पधारें हैं आज दिन है खुशियों वाला पहना दो इनको माला उनके आने से घर में चहुं और हुआ उजियाला सब देख रहे हैं इनको ये आंख के तारे हैं। बड़ा अच्छा लगता है बातें इनकी सुन के जब भाषण देते हैं लफ्जों को बुन-बुन के इनके व्यक्तित्व से प्रेरित हुए सारे हैं मेहमान हमारे हैं दिल जान से प्यारे हैं धन-भाग हमारे हैं जो श्रीमान पधारे हैं ©Vijay Vidrohi #मेहमान