मेरे रब ने मुझसे पूछा , तेरा हस्ता हुआ चहेरा इतना उदास क्यों है । खुशियां होते हुए भी तेरे पास , तू इतना नाराज़ क्यों है । तू जानता है की तुझे धोखा ही मिलेगा , तो तू हर रिश्ता निभाता क्यों है । इसलिए छोड़ दे तू फिक्र करना उन धोखेबाज़ों की , क्योंकि मैं भी नही जानता हूं लोग तेरा ही फायदा उठाते क्यों है । #लोग #तेरा ही #फायदा #क्यों #उठाते हैं ।