हर अन्त के आदि है तु हर काल के समाधि भि तेरे एक हि रुप तेरे एक हि अश्क़ काफि है पुरे दुनियाँ को भस्मा करने के लिए हरहर "महादेव" ©Yudi Shah हर अन्त के आदि है तु हर काल के समाधि भि तेरे एक हि रुप तेरे एक हि अश्क़ काफि है पुरे दुनियाँ को भस्मा करने के लिए हरहर "महादेव" ✍️Yudi Shah