बस ख़ुशियाँ मिलती जहाँ, किसी ने तो ऐसी दुकान बनाई होती, किश्तों पर ही सही, कुछ तो ख़ुशियाँ मेरे भी हिस्से आई होतीं। ©Prashant Shakun "कातिब" #ख़ुशियों_की_दुकान #ज़िन्दगी_किश्तों_में #प्रशांत_शकुन_कातिब