प्रेम सदैव अपूर्ण रहा है, प्रेम अगर पूर्ण हो जाए तो वह प्रेम नही रह जाता, परमात्मा हो जाता है... और परमात्मा को पाना आसान नही होता। #reading #ShaileshOjha आकांक्षा -हटवाल Aashutosh Shukla (हिरण) Ruchika