मेरी जिन्दगी , रेत की तरह बिख़ड़ी हुई थी.... कुछ ख्वाहिश थी दिल की , वो भी धूप में जल चुके थे..... पास तो सब थे मेरे , मगर जिंदगी बिल्कुल अधूरी सी थी.... सब खैरियत हीं पूछते रहे , जरुरत किसी ने पूछा हीं नहीं..... मुझे भी ऐसा लगता था कि कोई हो हिम्मत दिलाने वाला.... मैं भी यह चाहता था कि कोई हो जो बोले ना , केवल मेरी सुनें..... फिर एक ऐहसास हुआ दिल को , और तुम आई...... तेरे आने से जिंदगी आसान हो गयी है , तब से तूं मेरी जिन्दगी में शामिल हो गयी है... जो सोचा था सपनों में , अब वो हकीकत सी हो गयी है.... फिर भी.... ना जाने क्यों , तब से एक डर सा है , कि तुम भी शायद छोड़ दो औरों की तरह.... पहले जैसा अधूरा........ Ar. Om Best friend..... #clouds